रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। कई बार देखा जाता है कि अचानक खुले में शौच आदि के लिए जाने वाला व्यक्ति के आते ही तबीयत बिगड़ जाती है। उसपर दबाएं बेअसर हो https://riverbytmg.estate-blog.com/32987099/helping-the-others-realize-the-advantages-of-photo-se-vashikaran