दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं । सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।। जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी https://shivchalisalyrics24995.wikitelevisions.com/6621508/not_known_details_about_shiv_chalisa_lyrics_in_english_with_meaning